
कावड़ यात्रा के मार्ग में ठेले या दुकानों में फल बेचने वालों को नाम पट्टिका लगाने का तुगलकी फरमान योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश ने दिया था आरएसएस और उससे संबंधित तमाम संगठनों, गोदी मीडिया और अंधभक्तों ने आसमान सर पर उठा लिया था। सोशल मीडिया में मुसलमानों से नफरत की पोस्ट की भरमार होने लगी थी। जिसे देखो मुसलमानों को गालियां देने लगा था। जबकि हकीकत यह है कि देश के मुसलमानों ने पानी पीने के पौसरे लगवाए थे। शरबत पीने की मुफ्त व्यवस्था की थी। बिना चप्पल जूता चलने वाले कांवड़ यात्रियों के पैर गर्म सड़क से न जलें मुसलमानों ने सड़क पर पानी गिराकर सड़क को ठंडी किया था मगर मिला क्या मुसलमानों को? सिवाय नफरत और गालियों के लेकिन अपने मजहब पर चलकर मानवता के लिहाज से उन्होंने कांवड़ यात्रियों की राह आसान की। दोषी वे नहीं जो मुसलमानों को देशद्रोही बताते हुए पाकिस्तान जाने की मुफ्त नसीहत देते हैं। जब भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ही हिंदू मुस्लिम, मंदिर मस्जिद और हिंदुस्तान पाकिस्तान का प्रलाप कर सामाजिक संरचना को जहरीला बनाता रहता है। जहर उगलता। रहता है तो बुद्धि विवेक हीन अंधभक्त मुसलमानों को गालियां देते रहें तो उनका क्या दोष?
अब सुप्रसिद्ध बालाजी मंदिर के महाप्रदादम लड्डू में जानवर की चर्बी और मछली के तेल मिलावट की बात जांच लैब से प्रमाणित हो गई। विज्ञान अधकचरे हिंदू धर्म को भ्रष्ट होने का प्रमाण बता दिया तो किसी भी हिंदू संगठन ने आवाज नहीं उठाई। बालाजी मंदिर का लड्डू जानवरों की चर्बी और मछली के तेल से बनाया प्रमाणित किया गया तो क्या हिंदू धर्म भ्रष्ट नहीं हुआ? क्या हिंदुओं की आस्था को ठेस नहीं लगी? फिर किसी संगठन और बीजेपी सरकार ने आदेश नहीं दिया। लैब में जांच होने पर हिंदुत्व की ठेकेदार मौन है। धर्म के ठेकेदार धूर्त बाबा लोग चुप हैं। अगर लड्डू बनाने का काम मुस्लिम सम्प्रदाय के जिम्मे होता तो ये हिंदू संगठन, धर्म के ठेकेदार जो अपने भक्तों को दिन रात लूटते रहे हैं। गोदी मीडिया किसी ने आवाज नहीं उठाई क्योंकि लड्डू बनाने घी सप्लाई करने वाले सभी हिंदू ही हैं। वही लड्डू राम मंदिर के उद्घाटन में आकर राम भक्त हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट किया तब भी हिंदू चुप रहे। तो क्या कौम देखकर ही आस्था विश्वास दिगता है? जानवर की चर्बी और मछली का तेल डालकर शुद्ध देशी घी का तमगा लगाकर सप्लाई करने वाली कंपनी क्यों नहीं सीज किए गए! दंडित क्यों नहीं किए गए? सबसे बड़ी बात कि हिब्दुवादी का दावा करने वाली बीजेपी सरकार ने सप्लायर के खिलाफ एक्शन क्यों नही लिया? अगर सप्लायर मुस्लिम होता तो उसे तुरंत गिरफ्तार का पाकिस्तानी एजेंट घोषित कर जेल में डाल दिया गया होता।