
मुंबई। गोरेगांव (पश्चिम) के मोतीलाल नगर-1 स्थित एक चॉल में रविवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां 65 वर्षीय प्रताप बसकोटी ने कथित तौर पर अपनी पत्नी रागिनी सावरदेकर (63) की हत्या कर दी। घटना के बाद से आरोपी फरार है और पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, बसकोटी ने रागिनी को लोहे के पलंग के फ्रेम के अंदर बंद कर दिया, जिससे वह बेहोश हो गई और अंततः उसकी मृत्यु हो गई। घटना का सही समय रविवार सुबह बताया जा रहा है, जब करीब 8:45 बजे प्रताप बसकोटी ने घर की चाबी अजय नामक एक पड़ोसी को सौंप दी, यह कहकर कि वह और उनकी पत्नी दक्षिण मुंबई जा रहे हैं।
पड़ोसियों को हुई शंका, भतीजे को किया सूचित
जब दंपति कई दिनों तक नहीं लौटे और घर से दुर्गंध आने लगी, तो पड़ोसी चिंतित हो उठे। 7 मई को, पड़ोसियों ने दोनों से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनके मोबाइल फोन बंद मिले। इसके बाद उन्होंने रागिनी के भतीजे नितिन आंबेकर (निवासी: अंधेरी पश्चिम) को सूचित किया।
पुलिस ने तोड़ा दरवाजा, शव मिला पलंग में बंद
चिंता बढ़ने पर पुलिस को सूचित किया गया। 7 मई को पुलिस जब मौके पर पहुंची तो दरवाजा तोड़ा गया। अंदर रागिनी का शव लोहे के पलंग के फ्रेम में बंद मिला। शव को जोगेश्वरी (पूर्व) के ट्रॉमा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने शाम 7:17 बजे उसे मृत घोषित कर दिया।
हत्या का कारण स्पष्ट नहीं, पुलिस जांच जारी
फिलहाल हत्या के पीछे का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। पुलिस को शक है कि पारिवारिक कलह, संपत्ति या पैसों से जुड़े विवाद इसके पीछे हो सकते हैं। प्रताप बसकोटी की तलाश के लिए पुलिस टीमों का गठन कर दिया गया है, और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि कोई भी प्रताप बसकोटी को कहीं देखे या उसके बारे में कोई जानकारी हो, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या आपातकालीन नंबर पर सूचित करें।