
मुंबई। सरकारी “लाडली बहिन योजना” का झूठा लाभ दिलाने का लालच देकर 65 महिलाओं के नाम पर फर्जी ऋण लेने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सुमित गायकवाड़ (32) और राजू बोराडे (45) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने मानखुर्द इलाके की अशिक्षित और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को योजना के तहत वित्तीय सहायता का झांसा दिया। महिलाओं को विश्वास दिलाया गया कि उन्हें सरकार से सहायता राशि मिलेगी, जिसके बदले उन्होंने अपने व्यक्तिगत दस्तावेज आरोपियों को सौंप दिए। आरोपियों ने इन दस्तावेजों का इस्तेमाल करते हुए एक निजी फाइनेंस कंपनी से लोन लिया और उस राशि से महंगे मोबाइल फोन खरीदे, जिन्हें बाद में सस्ती दरों पर बेच दिया गया। इस तरह आरोपियों ने कई लाख रुपये का घोटाला किया। धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब फाइनेंस कंपनी के एक अधिकारी ने अनियमितताओं को भांपते हुए मानखुर्द पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर रविवार को प्राथमिकी दर्ज की गई और मंगलवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। मानखुर्द पुलिस अब इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है। साथ ही उन लोगों की भी पहचान की जा रही है जिन्होंने कम कीमत पर मोबाइल फोन खरीदे हैं। पुलिस ने महिलाओं से अपील की है कि वे अपने दस्तावेज किसी के झांसे में आकर न दें और किसी भी सरकारी योजना के बारे में पहले अधिकृत स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।