
मुंबई। बंदी भाइयों के सामाजिक और शैक्षणिक हितों को ध्यान में रखते हुए, महाराष्ट्र सरकार ने राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन की ‘समान निधि योजना’ के अंतर्गत राज्य की 60 जेल लाइब्रेरियों को प्रत्येक एक बुककेस और एक बुकरैक प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस पहल का उद्देश्य बंदियों में पढ़ने की रुचि विकसित करना, उन्हें ज्ञानार्जन का अवसर देना और उनके जीवन दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाना है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस योजना को अनुकरणीय बताते हुए इसके त्वरित क्रियान्वयन के निर्देश दिए थे। राज्य सरकार के अनुसार, लाइब्रेरी संचालनालय के सहयोग से जेलों में यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि बंदियों को नियमित रूप से पुस्तकों तक पहुँच मिल सके और उनके पुनर्वास एवं सामाजिक सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाया जा सके। राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन, कोलकाता की विभिन्न योजनाओं का राज्य की लाइब्रेरियों को लाभ दिलाने पर विचार करते हुए, राज्य लाइब्रेरी योजना समिति की 13 दिसंबर 2024 को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था। इसके बाद फाउंडेशन से औपचारिक अनुरोध कर योजना को मंजूरी दी गई। सरकार का मानना है कि इस पहल से जेल लाइब्रेरियां सिर्फ पुस्तकों को रखने की जगह न रहकर, ज्ञानवर्धक और आकर्षक पठन केंद्र के रूप में विकसित होंगी। राज्य सरकार ने अन्य सार्वजनिक और संस्थागत लाइब्रेरियों से भी ऐसी सामाजिक योजनाओं का लाभ उठाने और पठन संस्कृति के प्रसार में योगदान देने का आह्वान किया है।