
नागपुर। महाराष्ट्र पुलिस ने नागपुर के रहने वाले लेखक जगदीश उइके को प्रधानमंत्री कार्यालय, एयरलाइन्स, और अन्य प्रमुख सरकारी अधिकारियों को 100 से अधिक फर्जी बम धमकियां देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गोंदिया के मूल निवासी उइके ने जनवरी से कई फर्जी ईमेल और कॉल के माध्यम से देशभर में बम धमाकों की झूठी चेतावनियां दीं। पुलिस ने उइके का मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिया है और उसे उसके आईपी पते के जरिए ट्रैक किया गया। नागपुर पुलिस के डिप्टी कमिश्नर लोहित मतानी के अनुसार, उइके ने आतंकवाद पर एक किताब लिखी है, जो अमेज़न पर उपलब्ध है, और ऐसा लगता है कि वह प्रसिद्धि पाने के लिए इस तरह की हरकतों में संलिप्त था। उइके के खिलाफ 2021 में भी इसी तरह की गतिविधियों के लिए कार्रवाई की जा चुकी है। इस बार उसने एयरलाइन्स, रेलवे स्टेशनों, बाजारों, और सरकारी अधिकारियों को लक्षित किया, जिससे कई स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई।
फर्जी धमकियों से हवाई अड्डों पर सुरक्षा अलर्ट
उइके के सबसे गंभीर संदेशों में इंडिगो, विस्तारा, स्पाइसजेट, और एयर इंडिया की उड़ानों को हाईजैक करने की धमकी थी, जिसके कारण हवाई अड्डों पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। सुरक्षा एजेंसियों को कई प्रमुख स्थानों पर खतरे की संभावनाओं को लेकर सतर्क रहना पड़ा। उइके ने अपने ईमेल में विशेष कोडिंग का भी उपयोग किया, जैसे “एम” से बाजार, “आर” से रेलवे, और “ए” से एयरलाइन्स, जिससे उसकी पहचान को छिपाना मुश्किल हो गया।
अधिकारियों से मिलने की माँग और दिल्ली दौरा
उइके 28 अक्टूबर को दिल्ली गया और प्रधानमंत्री कार्यालय में कुछ दस्तावेज़ भी जमा किए। उसके संदेशों में अधिकारियों से तत्काल बैठक की मांग की गई थी और नागपुर के त्रिकोणी मैदान में विरोध प्रदर्शन की धमकी भी शामिल थी। हालांकि, जांच में किसी आतंकी संगठन से उसके जुड़े होने का कोई सबूत नहीं मिला है। फिलहाल, उइके पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है।