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मुंबई। महाराष्ट्र खाद्य व औषध प्रशासन (एफडीए) के 33 औषध निरीक्षकों को सहायक आयुक्त पद पर पदोन्नति दी गई है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा हाल ही में जारी इस फैसले के बाद, एफडीए में औषध निरीक्षकों की संख्या और कम हो गई है, जिससे फील्ड निरीक्षण कार्य प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है। एफडीए के अनुसार, पहले ही 200 औषध निरीक्षकों के पदों के मुकाबले केवल 81 औषध निरीक्षक कार्यरत थे। अब इनमें से 33 निरीक्षकों को पदोन्नति दिए जाने के बाद, फील्ड में दवा कंपनियों के निरीक्षण और निगरानी की जिम्मेदारी काफी हद तक प्रभावित हो सकती है। गौरतलब है कि औषध निरीक्षकों का मुख्य कार्य फार्मा कंपनियों, मेडिकल स्टोर्स और औषधीय उत्पादन इकाइयों का निरीक्षण करना, गुणवत्ता नियंत्रण सुनिश्चित करना और अनियमितताओं पर कार्रवाई करना है। विशेषज्ञों का मानना है कि निरीक्षकों की कमी के कारण, नकली, घटिया और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर लगाम लगाना कठिन हो सकता है। वहीं, इस फैसले से एफडीए के प्रशासनिक स्तर को मजबूती मिलेगी, लेकिन फील्ड निरीक्षण के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने के लिए नई भर्ती की आवश्यकता होगी।