
मुंबई। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में आए भीषण भूस्खलन और बाढ़ के कारण महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से आए 172 पर्यटक फंस गए थे। इनमें से 171 पर्यटकों से संपर्क हो चुका है और सभी सुरक्षित हैं, जबकि एक पर्यटक, श्रीमती कृतिका जैन, की तलाश जारी है। उनकी खोज के लिए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र, उत्तराखंड को विशेष निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षित 171 पर्यटकों में से 160 ने (मताली से 31, जॉलीग्रांट से 6 और उत्तरकाशी से 123) अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आगे की यात्रा शुरू कर दी है। वहीं, 11 पर्यटक हर्षिल में सुरक्षित हैं और उन्हें हेलीकॉप्टर द्वारा निकालने का काम आज सुबह 6 बजे से शुरू हो गया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, इन्हें हवाई मार्ग से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। महाराष्ट्र का राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष, उत्तराखंड के जिला नियंत्रण कक्ष और राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र (एनईआरसी), नई दिल्ली के साथ लगातार संपर्क में है। मुख्यमंत्री स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं, जबकि राज्य आपदा प्रबंधन एवं जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन घटनास्थल पर मौजूद हैं। मुख्य सचिव ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (आपदा प्रबंधन, राहत और पुनर्वास) के साथ स्थिति की समीक्षा की है और उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्धन से बात कर महाराष्ट्र के नागरिकों की सहायता करने का अनुरोध किया है। धराली क्षेत्र में सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और स्थानीय बचाव दल राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हैं। संचार प्रणाली आंशिक रूप से बहाल हो चुकी है, लेकिन सड़क मार्ग अब भी बाधित है। बुनियादी ढांचे को दुरुस्त करने के प्रयास जारी हैं। आपदा राहत कार्यों के प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक राजीव स्वरूप के माध्यम से सैटेलाइट फोन तैनात किए गए हैं और सेना द्वारा छोटे हवाई मिशन चलाए जा रहे हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र, महाराष्ट्र बचाव कार्यों के समन्वय, सूचना अद्यतन और प्रभावित परिवारों को सहायता उपलब्ध कराने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।