
मुंबई। मुंबई में सार्वजनिक परिवहन को अधिक उन्नत और पर्यावरण-अनुकूल बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) के बेड़े में शामिल 150 नई इलेक्ट्रिक बसों का कोलाबा स्थित डिपो में शुभारंभ किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, विधानसभा अध्यक्ष एडवोकेट राहुल नार्वेकर, कौशल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, सांस्कृतिक कार्य मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार, मुंबई महानगरपालिका आयुक्त भूषण गगरानी, बेस्ट की महाप्रबंधक सोनिया सेठी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। समारोह में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भविष्य में बेस्ट का पूरा बेड़ा पर्यावरण-अनुकूल बसों का होगा। 5 हजार बसों की खरीद का निर्णय पहले ही लिया जा चुका है, जिन्हें चरणबद्ध रूप से शामिल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुंबई वन ऐप के माध्यम से सभी सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के लिए एकीकृत टिकट प्रणाली लागू की गई है, जिससे यात्रियों को एक ही प्लेटफार्म से सभी यातायात सेवाओं का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री के अनुसार राजस्व में वृद्धि के साथ बेस्ट आर्थिक दृष्टि से और अधिक सक्षम बनेगा तथा इसके लिए व्यावसायिक दृष्टिकोण को मजबूत करना आवश्यक है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार और बृहन्मुंबई महानगरपालिका हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। कर्मचारियों के हित में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड अवधि के दौरान लंबित लाभ निधि का वितरण किया गया है और इस वर्ष बेस्ट कर्मचारियों को बीएमसी कर्मचारियों के बराबर बोनस प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी संतुष्ट रहेंगे तो यात्री सेवाओं की गुणवत्ता स्वतः ही बढ़ेगी। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बेस्ट और उपनगरीय रेल मुंबई के जीवन की दो प्रमुख धमनियाँ हैं। नागरिकों की सुखद यात्रा के लिए 3,500 करोड़ रुपये का कोष उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि मुंबई के अंतरराष्ट्रीय स्वरूप को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को निरंतर आधुनिक बनाया जा रहा है। कोस्टल रोड, अटल सेतु, मेट्रो, उन्नत सड़कों और पुलों ने यात्रा को अधिक तीव्र और सुगम बनाया है। उन्होंने यह भी कहा कि सफाई कर्मी शहर के स्वास्थ्य की रक्षा करने वाले सच्चे नायक हैं और सरकार उनके बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए योजनाएं लागू कर रही है।
नई शुरू की गई इलेक्ट्रिक बसें 12 मीटर लंबाई की पूर्णतः वातानुकूलित, शून्य उत्सर्जन तकनीक से लैस हैं। इनका संचालन वेट लीज मॉडल पर किया जाएगा। ये 150 बसें मुंबई के 21 मार्गों पर चलेंगी और 21 वार्डों की कनेक्टिविटी को मजबूत करेंगी। इन बसों के संचालन की गुणवत्ता की निगरानी विशेष गुणवत्ता नियंत्रण केंद्र द्वारा की जाएगी। अंधेरी, जोगेश्वरी, कुर्ला, बांद्रा, कांदिवली और बोरीवली जैसे प्रमुख रेलवे स्टेशनों को इन मार्गों से बेहतर रूप से जोड़ा जाएगा। कोलाबा डिपो के साथ ओशिवारा और गोरेगांव स्थित डिपो में भी इन पर्यावरण-अनुकूल बसों का शुभारंभ किया गया। अनुमान है कि लगभग 1.9 लाख यात्रियों को प्रतिदिन सुरक्षित, स्वच्छ और आरामदायक यात्रा सुविधा प्राप्त होगी। शुभारंभ कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने बस संख्या 4068 में सवार होकर यात्रा के दौरान इसके तकनीकी व यात्री सुविधाओं की समीक्षा भी की। बेस्ट प्रबंधन का मानना है कि इन इलेक्ट्रिक बसों से न सिर्फ प्रदूषण में कमी आएगी बल्कि मुंबई में सतत और उच्च गुणवत्ता वाली सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को नई गति प्राप्त होगी।




