
प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने पैर पखारकर कराया सनातन धर्म में पुनः प्रवेश
सुनील चिंचोलकर
सारंगढ़, छत्तीसगढ़। माँ समलेश्वरी की पावन भूमि सारंगढ़ में आयोजित विराट हिन्दू सम्मेलन में आज एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 140 भटके हुए भाई-बहनों का विधिवत सनातन धर्म में पुनः स्वागत कराया। यह कार्यक्रम परम पूजनीय अजय उपाध्याय जी महाराज के सानिध्य में हुआ। जूदेव ने स्वयं सभी धर्मांतरित बंधुओं के पैर पखारकर उनका स्वागत किया और कहा- “माँ समलेश्वरी की इस पवित्र भूमि पर आज धर्म की पुनःस्थापना का गौरवशाली क्षण है। सनातन धर्म केवल आस्था नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक उत्कृष्ट पद्धति है जो प्रेम, समरसता और सत्य के मार्ग पर अग्रसर करती है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन परम पूजनीय कार्तिक उराव जी को समर्पित है, जिन्होंने जनजातीय समाज की संस्कृति और अधिकारों की रक्षा हेतु अपना जीवन समर्पित किया। जूदेव ने आगे कहा- पूज्य पिताजी कुमार दिलीप सिंह जूदेव जी द्वारा प्रारंभ किया गया घर वापसी अभियान राष्ट्र निर्माण का कार्य है, जिसे हम जीवन पर्यंत आगे बढ़ाते रहेंगे। कार्यक्रम में घर वापसी छत्तीसगढ़ प्रांत की संयोजिका अंजू गबेल ने युवाओं से धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संजय भूषण पांडेय, अध्यक्ष जिला पंचायत (सारंगढ़) ने की। मंच पर राजकुमार चौधरी (प्रांत प्रमुख धर्मजागरण), पूर्व विधायक केराबाई मनहर, मेहर बाई नायक (स्वाध्याय प्रमुख), ज्योति पटेल (जिलाध्यक्ष भाजपा) सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। युवा टीम में रवि तिवारी, किशन गुप्ता, इशांत शर्मा, धीरज सिंह का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन अमित गोगले ने किया। सभी वक्ताओं ने धर्म, समाज और राष्ट्र की एकता के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया।




