
मुंबई। दही हांडी उत्सव से महज़ कुछ दिन पहले मुंबई के दहिसर में अभ्यास के दौरान 11 वर्षीय प्रतिभागी की मौत हो गई। हादसा रविवार रात करीब 11 बजे केतकीपाड़ा इलाके में हुआ, जहां नवतरुण गोविंदा टीम* मानव पिरामिड का अभ्यास कर रही थी। पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान महेश रमेश जाधव के रूप में हुई है, जो पिरामिड के सबसे ऊपरी स्तर पर चढ़ते समय संतुलन खो बैठा और सीधे ज़मीन पर गिर गया। उसे गंभीर चोटें आईं और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही दहिसर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आकस्मिक मृत्यु की रिपोर्ट दर्ज की। जांच इस बात की हो रही है कि कहीं घटना में लापरवाही तो नहीं थी। मुंबई में 16 अगस्त को होने वाला दही हांडी उत्सव साहसिक पिरामिड निर्माण के लिए मशहूर है, जिसमें कई टीमें सात से नौ परतों तक पिरामिड बनाती हैं। हालांकि, इस दौरान अक्सर चोटें लगने की घटनाएं सामने आती हैं। राज्य सरकार ने गोविंदा प्रतिभागियों के लिए बीमा योजना लागू की है, लेकिन जटिल ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया के कारण कई टीमों ने नामांकन नहीं कराया है, जिससे दुर्घटना की स्थिति में बीमा लाभ से वंचित रह जाते हैं। युवा महेश की मौत ने एक बार फिर प्रतिभागियों की सुरक्षा व्यवस्था और बीमा कवरेज के प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।