
मुंबई। महाराष्ट्र “डेटा सेंटर कैपिटल” और “सौर ऊर्जा इंटीग्रेशन कैपिटल” के रूप में तेजी से उभर रहा है। राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश हो रहा है और उत्पादन क्षेत्र में भी नई क्रांति की आहट है। ब्रिटेन (यूके) के साथ हुए रणनीतिक करार से निवेश के नए अवसर खुले हैं, जिससे भारत में निवेश बढ़ रहा है। इसे निवेशकों के भरोसे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर उनके विश्वास का प्रतीक माना जा रहा है। मंगलवार को मंत्रालय में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में आठ समझौता ज्ञापन (MoUs) और दो रणनीतिक करार पर हस्ताक्षर किए गए। इन करारों से महाराष्ट्र में लगभग 42 हजार करोड़ रुपये का पूंजी निवेश होगा और 28 हजार से अधिक रोजगार अवसर पैदा होंगे। इस मौके पर मुख्य सचिव राजेश कुमार, उद्योग सचिव डॉ. पी. अन्बलगन, एमआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी. वेलारासु, विकास आयुक्त दिपेंद्रसिंह कुशवाह और विभिन्न कंपनियों के निवेशक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि निवेशकों ने बहुत ही दृढ़ और सकारात्मक प्रतिबद्धता दिखाई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि निवेश को सुचारु बनाने के लिए सरकार की पूरी टीम शुरुआत से लेकर अंत तक निवेशकों के साथ खड़ी रहेगी। साथ ही, उन्होंने बताया कि हाइपरलूप परियोजना को आईआईटी मुंबई और आईआईटी मद्रास से गति मिल रही है, जो परिवहन और मोबिलिटी क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन लाएगी।
मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हुए निवेश करार

- ज्युपिटर इंटरनेशनल लिमिटेड – सोलर पैनल निर्माण हेतु 10,900 करोड़ रूपए का निवेश; 8,308 रोजगार अवसर।
- रोचक सिस्टम्स प्रा. लि.– डेटा सेंटर हेतु 2,508 करोड़ रूपए का निवेश; 1,000 रोजगार अवसर।
- रोविसन टेक हब प्रा. लि.– डेटा सेंटर हेतु 2,564 करोड़ रूपए का निवेश; 1,100 रोजगार अवसर।
- वॉव आयरन एंड स्टील प्रा. लि.– पोलाद उद्योग हेतु 4,300 करोड़ रूपए का निवेश; 1,500 रोजगार अवसर।
- वेबमिंट डिजिटल प्रा. लि.– डेटा सेंटर हेतु 4,846 करोड़ रूपए का निवेश; 2,050 रोजगार अवसर।
- एटलस कॉपको – औद्योगिक उपकरण क्षेत्र हेतु 575 करोड़ रूपए का निवेश; 3,400 रोजगार अवसर।
- एलएनके ग्रीन एनर्जी – हरित ऊर्जा क्षेत्र हेतु 4,700 करोड़ रूपए का निवेश; 2,500 रोजगार अवसर।
- प्रेस्टीज एस्टेट प्रोजेक्ट्स लि. – डेटा सेंटर, लॉजिस्टिक सेंटर और रियल एस्टेट हेतु 12,500 करोड़ रूपए का निवेश; 8,700 रोजगार अवसर।
इसके अलावा, ग्लोबल इंडिया बिज़नेस कॉरिडॉर ने महाराष्ट्र में ब्रिटेन और यूरोप से निवेश आकर्षित करने के लिए सहयोग का करार किया है। वहीं, टीयूटीआर हाइपरलूप प्रा.लि. ने जेएनपीटी और वधावन बंदरगाह पर अत्याधुनिक परिवहन व्यवस्था स्थापित करने के लिए रणनीतिक समझौता किया है।