
झांसी, उत्तर प्रदेश। जनपद में वृक्षारोपण स्थलों की धीमी जियो टैगिंग पर नाराजगी जताते हुए मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) जुनैद अहमद ने 17 विभागों को 07 दिन के भीतर शत-प्रतिशत जियो टैगिंग पूरी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही बरतने वाले विभागों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीडीओ ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा समिति एवं जिला वृक्षारोपण समिति की समीक्षा बैठक में कहा कि वर्ष 2025 के लिए शासन द्वारा एक करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके अनुरूप किए गए वृक्षारोपण की सही स्थिति सुनिश्चित करने के लिए जियो टैगिंग अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि जुलाई 2025 में विभिन्न विभागों द्वारा कराए गए वृक्षारोपण का भौतिक सत्यापन कराने के लिए टीम गठित कर दी गई है। बैठक में रेलवे (10 प्रतिशत), आवास विकास विभाग (15.83 प्रतिशत), परिवहन (27.81 प्रतिशत), जल शक्ति सिंचाई एवं जल संसाधन (30.12 प्रतिशत), पशुपालन (38.49 प्रतिशत) और गृह विभाग (43.07 प्रतिशत) की बेहद कम जियो टैगिंग प्रगति पर सीडीओ ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस स्थिति के कारण प्रदेश स्तर पर झांसी की छवि धूमिल हो रही है। सीडीओ ने दो दर्जन से अधिक विभागों को 2024 में किए गए पौधारोपण और जीवित पौधों की अद्यावधिक जानकारी एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि वृक्षारोपण केवल औपचारिकता न बने बल्कि लगाए गए पौधे जीवित रहें, इसके लिए सभी विभाग जिम्मेदारी से काम करें। बैठक में पहुँज नदी के जीर्णोद्धार का मुद्दा भी उठा। सीडीओ ने जानकारी दी कि सिंचाई विभाग को इस कार्य की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी नीरज कुमार आर्या, उपायुक्त मनरेगा शिखर कुमार श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉ. महेंद्र, जिला विद्यालय निरीक्षक रति वर्मा सहित कृषि, लोक निर्माण, श्रम एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।