
मुंबई। केंद्रीय एमएआरडी द्वारा आहूत राज्यव्यापी आंदोलन की पृष्ठभूमि में मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ की उपस्थिति में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अजय चंदनवाले, केंद्रीय एमएआरडी के प्रतिनिधि डॉ. सचिन पाटिल, डॉ. महेश तिड़के, डॉ. कुणाल गोयल और डॉ. महेश गुरव भी शामिल हुए। बैठक में मंत्री मुश्रीफ ने रेजिडेंट डॉक्टरों की मांगों और समस्याओं को गंभीरता से सुना और कहा कि आंदोलन के कारण रोगी सेवाएं बाधित न हों, इसके लिए डॉक्टरों को हड़ताल वापस लेनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार कर रही है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। बैठक के दौरान मंत्री मुश्रीफ ने मुख्यमंत्री कार्यालय से सीधे संवाद किया और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव से फोन पर बात करते हुए बताया कि एमएआरडी की मांगों पर शीघ्र मुख्यमंत्री स्तर पर चर्चा की जाएगी। वहीं, केंद्रीय एमएआरडी के प्रतिनिधियों ने कहा कि जब तक सरकार की ओर से आधिकारिक लिखित आश्वासन नहीं मिलता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। संगठन ने राज्य सरकार से तत्काल निर्णय की अपेक्षा जताई है। उम्मीद की जा रही है कि सरकार और एमएआरडी के बीच आगे की बातचीत से जल्द ही कोई सकारात्मक समाधान निकलेगा।



