मुंबई। मुंबई में साइबर ठगों ने 70 वर्षीय सेवानिवृत्त व्यक्ति और 54 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक को अलग-अलग मामलों में अपना शिकार बनाया, जिससे उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हुआ। पहला मामला सांताक्रूज़ ईस्ट के 70 वर्षीय जेए पेरीरा का है, जो 14 नवंबर को एक जालसाज के चंगुल में फंस गए, जिसने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर उन्हें फोन किया। उस व्यक्ति ने पेरीरा को डराया कि उनका संपर्क नंबर आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहा है और उनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई हैं। डर के कारण पेरीरा ने जालसाज को अपने बैंकिंग और आधार कार्ड की जानकारी दे दी और 2.6 लाख रुपये का ट्रांसफर भी कर दिया। यह ठगी तब सामने आई जब उनकी बेटी ने नकली पुलिस वाले के साथ उनकी बातचीत देखी। इसके बाद वकोला पुलिस ने मामला दर्ज किया। दूसरा मामला मलाड का है, जहां 54 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक ने शेयर ट्रेडिंग ऐप में निवेश के चक्कर में 23 लाख रुपये गंवा दिए। आरोपी ने उसे व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर उसे आकर्षक रिटर्न का लालच दिया। मई से जुलाई के बीच महिला ने 2 लाख रुपये का निवेश किया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाभ भी देखा, लेकिन जब उसने पैसे निकालने का प्रयास किया, तो वह असफल रही। पुलिस ने जांच में पाया कि 25 वर्षीय शिवम वर्मा, जो साइबर अपराध में संलिप्त था, ने एक बार में एक साइबर अपराधी से मुलाकात की थी और उससे धोखाधड़ी के पैसे को अपने खाते में रखने के लिए 25,000 रुपये प्राप्त किए थे। दोनों मामलों में पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन ये घटनाएं एक बार फिर से यह साबित करती हैं कि डिजिटल माध्यमों पर बढ़ती धोखाधड़ी से सतर्क रहना आवश्यक है।