
मुंबई। गेटवे ऑफ इंडिया पर दिसंबर 2024 में हुई नाव दुर्घटना, जिसमें नौसेना की स्पीडबोट यात्री नाव ‘नीलकमल’ से टकरा गई थी और 13 नागरिकों सहित एक नौसेना कर्मी की मृत्यु हो गई थी, की जांच में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। दुर्घटना के बाद भारतीय नौसेना ने एक आंतरिक जांच समिति का गठन किया था, जिसमें यह जांच की गई कि क्या टक्कर का कारण नौसेना की नाव में इंजन की खराबी थी। अब सूत्रों के अनुसार, इंजन निर्माता कंपनी ने नौसेना की जांच समिति और मुंबई पुलिस को सौंपी गई तकनीकी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि इंजन पूरी तरह कार्यशील था और उसमें कोई यांत्रिक दोष नहीं पाया गया। इससे दुर्घटना में यांत्रिक विफलता की आशंका खारिज हो गई है। इस बीच, कोलाबा पुलिस स्टेशन में नौसेना की नाव के संचालक और अन्य संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में दुर्घटना का कारण नाव पर नियंत्रण खोना बताया गया था। मामले से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, पुलिस शीघ्र ही इस मामले में आरोपपत्र दाखिल कर सकती है, और इंजन रिपोर्ट अभियोजन पक्ष के लिए एक अहम साक्ष्य बन सकती है।