आजकल मार्केट में कई तरह के कुकिंग ऑयल मौजूद हैं, इसलिए लोग हमेशा इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि खाने के लिए कौन-से तेल का इस्तेमाल करना बेहतर रहेगा।
सरसों के तेल में आमतौर पर 11 प्रतिशत अनसैचुरेटेड फैट होता है, जबकि जैतून के तेल में 13 प्रतिशत अनसैचुरेटेड फैट मौजूद होता है।
सरसों के तेल में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम होता है, जबकि जैतून के तेल में आवश्यक विटामिन्स की भरपूर मात्रा मौजूद होती है।
सरसों के तेल की शेल्फ लाइफ 9 से 12 महीने होती है, जबकि जैतून के तेल की शेल्फ लाइफ 20 से 36 महीने तक रहती है।
सरसों के तेल में तेज गंध और स्वाद होता है और यह भोजन को भी तेज स्वाद प्रदान करता है। इसके विपरीत जैतून के तेल में हल्का स्वाद होता है।
अगर बात इन तेलों में से किसी एक को चुनने की करें तो कीमत, उपलब्धता और स्वास्थ्य लाभों को ध्यान में रखते हुए सरसों का तेल सबसे अच्छा स्वदेशी खाना पकाने का तेल है।