चलिए जानते हैं वट सावित्री व्रत की तिथि, पूजा और महत्व के बारे में...
हिंदू धर्म में ज्येष्ठ माह की अमावस्या के दिन वट सावित्री व्रत रखा जाता है।
इस दिन सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं।
ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत 18 मई 2023 को रात्रि 09 बजकर 42 मिनट से हो रही है।
19 मई को सुबह 07 बजकर 19 मिनट से सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक
इस व्रत में महिलाएं सावित्री के समान अपने पति की दीर्घायु की कामना तीनों देवताओं से करती हैं