सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत  ही खास होता है

सावन में महादेव के रुद्राभिषेक और  जलाभिषेक की परंपरा है

सावन में भोलेनाथ का अभिषेक करने से शिव की  विशेष कृपा बरसती है

कैसे शुरू हुई सावन के महीने में शिवलिंग के अभिषेक की परंपरा

सावन के महीने में समुद्र मंथन से विष समेत 14 रत्न निकले थे

भोलेनाथ ने विष पी लिया था जिसके बाद वह नीलकंठ कहलाए

विष की जलन रोकने के लिए देवताओं ने शिव पर गंगाजल डाला था