जानें सावन के पहले प्रदोष व्रत की पूजा विधि और महत्व

सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है।

इस माह का प्रत्येक दिन देवों के देव महादेव की पूजा-आराधना के लिए समर्पित है।

 प्रदोष काल में ही शिव जी की पूजा की जाती है, इसलिए 14 जुलाई को शुक्र प्रदोष व्रत रखा जाएगा।

शिव पूजा समय - रात 07 बजकर 21 मिनट से रात 09 बजकर 24 मिनट तक

सावन शुक्र प्रदोष व्रत 2023 पूजा मुहूर्त

सावन प्रदोष व्रत के दिन प्रातः काल जल्दी उठें और स्नान आदि करके पूजा के लिए साफ वस्त्र पहन लें।

सावन शुक्र प्रदोष व्रत 2023 पूजा विधि

वैसे तो शिव पूजा के लिए सभी प्रदोष व्रत उत्तम होते हैं, लेकिन सावन में प्रदोष व्रत रखने वालों पर शिव जी मेहरबान रहते हैं।

सावन प्रदोष व्रत का महत्व