अधिक मास में घर में विष्णु जी के नामों और मंत्रों के जाप से हवन करना चाहिए.
मलमास में भगवत गीता या रामचरितमानस का पाठ करना चाहिए.
मलमास में सूर्योदय से पहले स्नान कर पहले सूर्य को बाद में तुलसी को जल चढ़ाएं.
वैसे तो तुलसी पूजा का पुण्य देती है मगर अधिकमास की पंचमी तिथि पर तुलसी में गन्ने का रस चढ़ाना शुभ माना जाता है.
मलमास के महीने में शादी विवाह करनेकी मनाही होती है.
पुरुषोत्तम मास में जरूरतमंदों और गरीब बच्चों को किताबों को दान करना चाहिए.री होती है.l