मंगलावर से शुरू हो रहा अधिक मास 16 अगस्त यानी बुधवार को खत्म होगा. अधिकमास श्री हरि को बहुत प्रिय है.
भगवान श्री हरि अधिकमास के स्वामी हैं. ऐसे में इसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है. अधिकमास का हिंदू धर्म में खास महत्व है.
धार्मिक कार्यों और पूजा पाठ की दृष्टि से अधिकमास का काफी महत्व है. अधिकमास में पूजा पाठ का फल कई गुना ज्यादा मिलता है.
अधिकमास में भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए उनकी और नरसिंह भगवान की कथा सुननी चाहिए. इस दिन श्रीमद्भगवद्गीता, विष्णु सहस्त्रनाम और गीता के अध्याय का पाठ करना चाहिए.
इस मास में गरीबों और जरूरमंदों की मदद करना और दान का भी काफी महत्व है. अधिकमास में गरीब और जरूरतमंदों को भोजन भी कराना चाहिए